हम हमशक्ल

मेरा लिखी बातें मेरे लिए आईने का काम करती है आपकी लिखी बातें आपके लिए आईने का काम करती है ... और कभी-कभी हम हमशक्ल निकलते है। ।।।।।।।।।। अगर ख्यालात मिल जाए तेरे-मेरे कभी, तो कारण बस इतना सा होगा....

मैं क्या लिखूँगा अफसाने में। (1)

मैं बचा ही नहीं जमाने में। मैं क्या लिखूँगा अफसाने में। मैंने कुछ किया नहीं सिवाय छुपाने के। मैं क्या लिखूँगा अफसाने में। क्या अच्छा था खुद को जलाने में। मैं क्या लिखूँगा अफसाने में। अंधेरे से घोर अंधेरे तक का सफर था, मैं क्या बताऊँगा उजाले में। मैं क्या लिखूँगा अफसाने में। कितना कुछ … Continue reading मैं क्या लिखूँगा अफसाने में। (1)

बार-बार!? (भाग-4, एक सहेजी तस्वीर)

“वाओ ```” सिया के हाथ में एक नए मोबाइल फोन का डिब्बा देख कर मेरे मुंह से निकला। ”मैंं इसी के बारे में ही सोच रहा था। अगर  मैंं इसमें टाइप कर लिखुगा तो लिखाई गंदी वाली कोई परेशानी ही नहीं रहेगी।”  मैंंने सिया की तरफ बढ़ते हुए कहा।

ये दिखावा कोई गलत तो नहीं।

कुछ लोग अच्छे हो जाते है, किरदार अपना अच्छा दिखाते दिखाते। कुछ लोग सही राह पर आ जाते है, दूसरों को राह दिखाते दिखाते। ये दिखावा कोई गलत तो नहीं। कुछ लोग कुछ काम का दे जाते है, ऐसे ही पकाते-पकाते। कुछ लोग किसी को उम्मीद दे जाते है, खुद मुरझाते-मुरझाते। कुछ लोग प्यार का … Continue reading ये दिखावा कोई गलत तो नहीं।

Desires (इच्छाएं) एक बच्चे की तरह होती है ।

"desires हम सब के अंदर एक बच्चे की तरह होती है।" हम उसके व्यवहार और आदतों पर नजर रख यह अंदाजा लगा सकते है, कि क्या यह भविष्य में सफल हो सकेगा और यह कैसा इंसान बनेगा ? (desires- इच्छाएं ) 👇👇 अपने आसपास के बच्चे, भतीजी,भांजे की तरह अपने अंदर के बच्चे कोभी संभाले … Continue reading Desires (इच्छाएं) एक बच्चे की तरह होती है ।

शहर जहर

एक खूबसूरत शहर था,पर हवाओं में जहर था। एक देहाती गाँव था,रात को सोते तोऊपर होता तारों का छांव था। चकाचौंध कुछ ऐसी दिखी,दिल गाँव मे ,शहर में पाँव था। शहर भी बढ़ चलागाँव की और,अब शहर ही तो थागाँव की गौर। उधोग बड़े उधोग धंधे थे,गाँव कैसे रोकता इन्हेंउस में भी जिम्मेदारीतले दबे कंधे … Continue reading शहर जहर

सुबह की जीत, दिन की जीत

गुड मॉर्निंग! अगर सुबह की शुरुआत हम सही ढंग से करते है तो पूरा दिन को सार्थक बनाना बहुत आसान हो जाता है। और अगर हम दिन की शुरुआत ही सही ढंग से नहीं करते है तो दिन में कुछ भी ढंग से नहीं कर पाते है। अगर मोबाइल का एक नोटिफिकेशन जो आपकी उमीद … Continue reading सुबह की जीत, दिन की जीत

Gold medal; State para athletics 2020

हल्लो दोस्तो! मैं अच्छा हूँ। आशा है कि आप सब भी खुशलमंगल होंगे। पिछले दिनों मेरे राज्य राजस्थान में राज्य स्तरीय पैरा एथेलेटिक्स गेम्स हुए। मैने इसमें पहली बार हिस्सा लिया। वहां बिताए 3 दिनो में मेरी ज़िंदगी का सबसे खास अनुभव रहा। वहां लगभग 400 पैर एथलीट आये हुए थे। उनमें से हर कोई … Continue reading Gold medal; State para athletics 2020

Horror movies से depression की समझ।।

हमारा दिमाग एक हॉरर मूवी को देखते वक्त जैसे काम करता है, उससे रिलेट कर हम डिप्रेशन में क्या-क्या होता है, उसे आसानी से समझ सकते है। हमारा दिमाग 'जैसी भावनाएं हम बना रहे है या यूं कंहे कि आसपास की स्थितियां जो हमारे अंदर भावनाएं बना रही है' हमे वैसा महसूस कराने के लिये … Continue reading Horror movies से depression की समझ।।